मरुधरा न्यूज़ : डूंगरगढ़
खुद को रोहित गोदारा गैंग के गुर्गे बताकर क्षेत्र के एक युवक से 30 लाख रूपए की फिरौती मांगने, 4 लाख रूपए वसूल लेने, घर में घुसकर रूपए नहीं देने के नाम पर ढाणी जला देने व परिवार सहित परिवादी को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में 11 जनों के खिलाफ मामला श्रीडूंगरगढ़ थाने में दर्ज हुआ है। थानाधिकारी जितेंद्र कुमार स्वामी ने बताया कि कल्याणसर पुराना निवासी 27 वर्षीय पवन पुत्र परमेश्वरलाल ब्राह्मण ने रोड़ा निवासी बाबूलाल पुत्र रामनिवास ब्राह्मण, जोरावरपुरा निवासी सुरेश उर्फ सुशिया शिकारी पुत्र भंवरलाल विश्नोई, मदनलाल पुत्र बंशीलाल विश्नोई निवासी उडसर, बजरंग पुत्र मन्नीराम बिश्नोई निवासी नोखा, दिनेश व मनीष पुत्र शिवनारायण पचांरिया नोखा, अमित पुत्र बालकिशन जोशी निवासी कुनपालसर, कमलेश पुत्र रामचंद बिश्नोई निवासी रोड़ा, सुनील पुत्र बलराम बिश्नोई निवासी सनेवाला, लूणकरणसर, रवि पुत्र जैलेश यादव निवासी नोखा, दिनेश पुत्र जगदीश विश्नोई निवासी बनिया के खिलाफ फिरौती मांगने व वसूली के लिए धमकाने के आरोप लगाए है। परिवादी ने पुलिस को बताया कि वह कमाने के लिए दिल्ली रहता है और इस दौरान उसका परिचय रोडा, नोखा निवासी बाबूलाल पुत्र रामनिवास ब्राह्मण से हुआ। वह उसका नाम पता नबंर सब जानता था। अचानक 17 मई 2025 को दोपहर 1 बजे बाबूलाल के नबंर से परिवादी को फोन आया और कहा कि मैं गैंगस्टर रोहित गोदारा की गैंग का सिकन्दर शिकारी बोल रहा हूं, बाबूलाल हमारी गैंग का आदमी है। आरोपी ने धमकाते हुए कहा कि अगर तुम अपनी व अपने परिवार की सलामती चाहते हो पांच लाख रूपए मुझे भेजो। रूपए नहीं दिए तो तुझे व तेरे परिवार को जान से मार दूंगा। मैं तुम्हारे घर व ऑफिस के सभी पते जानता हूं और तुम्हें कहीं छुपने की जगह नहीं है। इस पर परिवादी ने अपने व अपने परिवार की जान बचाने के लिए आरोपीगण द्वारा भेजे गए आदमी को अपने पास पड़े 4 लाख रूपए दे दिए। उसी रात करीब 2 बजे आरोपियों ने परिवादी को फोन कर 30 लाख रूपए की फिरौती मांगी। इस पर उसने इतनी बड़ी रकम उसके पास नहीं होने की बात कही। तो आरोपी ने 18 मई की दोपहर 1.20 बजे कॉल कर कहा कि वह सुशिया शिकारी बोल रहा हूं, तुने हमारी गैंग के आदमी को रूपए देने से मना किया तुझे व तेरे परिवार को गोली मारकर मार दूंगा। इसी दिन दोपहर करीब 3 बजे आरोपी तीन गाड़ियों में सवार होकर उसके घर गा गए। आरोपियों ने धमकाते हुए रूपए नहीं देने पर ढाणी में पेट्रोल डालकर जिंदा जला देने, जबरन ढाणी में घुसकर मेरे परिवार के लोगों के साथ धक्का मुक्की करने लगे। परिवादी ने 100 नंबर पर कॉल करके सारी घटना पुलिस को बताई, थोड़ी देर में पुलिस ने पहुंच कर आरोपीगणों शांति भंग में गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। वहां से आरोपी जमानतें करवा कर चले गए। जमातन पर रिहा होने के बाद आरोपी लगातार मुझे व मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां देते है। आरोपियों ने 4 लाख रूपए ले लिए व 30 लाख की मांग कर रहें है। परिवादी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने व रूपए बरामद करवाए जाने की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई राजकुमार को सौंप दी है।